Raipur, 2 Aprail 2025। राज्य सरकार ने प्रदेश के 36 निगम मंडलों पर नियुक्ति सूची जारी कर दी है। इस सूची में शामिल नामों को लेकर बीजेपी के कार्यकर्ताओं की प्रतिक्रिया की प्रतिक्षा है, जो जिस भी स्वरुप में जब भी सामने आएगी, वह हर्ष हो या विषाद का स्वरुप पर किसी सूरत ऐसी नहीं होगी कि, वह स्वरुप या हलचल खबरों का केंद्र ना बने।
इन्हें मिली लालबत्ती
क्रेडा अध्यक्ष भूपेंद्र सिंह सवन्नी,लोकेश कावड़िया को निःशक्तजन वित्त एवं विकास निगम,मोना सेन छत्तीसगढ़ राज्य केश शिल्पी कल्याण बोर्ड, गौरीशंकर श्रीवास उपाध्यक्ष राज्य केश शिल्पी कल्याण बोर्ड,शालिनी राजपूत समाज कल्याण बोर्ड,चंद्रकांति वर्मा उपाध्यक्ष समाज कल्याण बोर्ड,वर्णिका शर्मा राज्य बाल संरक्षण आयोग,राकेश पांडेय खादी ग्रामोद्योग बोर्ड,शंभूनाथ चक्रवर्ती माटीकला बोर्ड,सौरभ सिंह खनिज विकास निगम,अमरजीत छाबड़ा राज्य अल्पसंख्यक आयोग,सुरेंद्र बेसरा अंत्यव्यसायी सहकारी वित्त एवं विकास निगम,जितेंद्र साहू तेलघानी विकास बोर्ड,प्रफुल्ल विश्वकर्मा लौह शिल्पकार विकास बोर्ड,प्रह्लाद रजक रजककार विकास बोर्ड,ध्रुव कुमार मिर्धा चर्म शिल्पकार बोर्ड,शशांक शर्मा संस्कृति परिषद,भरत लाल भटियारा मछुआ कल्याण बोर्ड,लखन लाल धीवर उपाध्यक्ष मछुआ कल्याण बोर्ड,राजा पांडेय पाठ्यपुस्तक निगम,राजीव अग्रवाल स्टेट इंडस्ट्रियल डेवलपमेंट कार्पोरेशन लिमिटेड,नीलू वर्मा पर्यटन मंडल,सुरेश कुमार चंद्रवंशी राज्य कृषक कल्याण परिषद,चंद्रहास चंद्राकर बीज एवं कृषि विकास निगम,संदीप शर्मा राज्य खाद्य आयोग,चंदूलाल साहू राज्य भंडार गृह निगम,अनुराग सिंहदेव गृह निर्माण मंडल,केदार नाथ गुप्ता राज्य सहकारी दुग्ध मर्यादित,संजय श्रीवास्तव स्टेट सिविल सप्लाईज ( नागरिक आपूर्ति),नंदकुमार साहू नंदें साहू रायपुर विकास प्राधिकरण,रामप्रताप सिंह कर्मकार कल्याण मंडल,योगेशदत्त मिश्रा श्रम कल्याण मंडल,राम सेवक पैकरा राज्य वन विकास निगम,श्रीनिवास राव मद्दी राज्य वित्त आयोग,दीपक महस्के मेडिकल सर्विस कार्पोरेशन लिमिटेड और विकास मरकाम आदिवासी स्थानीय स्वास्थ्य परंपरा एवं औषधि पादप बोर्ड।
जो संघर्ष के साझेदार क्या वो सत्ता के हिस्सेदार ?
इस लिस्ट में जिनके नाम हैं, और जो ओहदे उन्हें हासिल हुए हैं, उन के साथ यह याद करने में कोई दिक्कत नहीं होगी कि, विपक्ष के दौर में इनमें से कौन,कौन से संघर्ष में किस कदर शामिल थे। बीते कांग्रेस कार्यकाल में जबकि सीधे सड़क की लड़ाई लड़ने वालों में जो नाम थे, लालबत्ती की यह लिस्ट यदि उसका नतीजा है, और संगठन ने ऐसे संघर्ष के साझीदारों की मुकम्मल पहचान करते हुए उन्हें नवाज़ा है और यह स्थान देते हुए सत्ता का साझीदार बनाया है तो देवतुल्य कार्यकर्ता को हर्षित मुदित पुलकित होना चाहिए।लेकिन क्या यही पूर्ण सत्य है, यह तो देवतुल्य कार्यकर्ता ही बताएगा,लेकिन कब बताता है और किस तरह बताता है यह देखने की बात होगी।